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पिट-और-फिशर-सीलेंट-कैसे-ख़राब-दांतों-को-करेगी-ठीक





    जानें पिट और फिशर सीलेंट कैसे दांतों की सड़न को रोकने में हैं सहायक ?

    आज के समय की बात करें तो गलत खाने और दांतों का अच्छे से ध्यान न रखने की वजह से हमारे दांतों में कई तरह की परेशानियां आने लगी है और इन परेशानियों के कारण इंसानो को काफी समस्याओ का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा हम इन समस्याओं से कैसे खुद का बचाव कर सकते है इसके बारे में भी बात करेंगे तो वही पिट और फिशर सीलेंट (Pit & Fissure Sealants) हमारे दांतों के बचाव में क्या भूमिका निभाते है इसके बारे में बात करेंगे ;

    पिट और फिशर सीलेंट किसे कहा जाता है ?

    • डेंटल पिट और फिशर सीलेंट काफी एहतियाती उपचार हैं। यह पतली प्लास्टिक की परत दांतों में प्राकृतिक रूप से उत्पन्न होने वाली दरारों और छोटे-छोटे गड्ढों को भर देती है और बैक्टीरिया के प्रजनन के लिए स्थानों को खत्म कर देती है। आपका दंत चिकित्सक आपके पिछले दांतों के लिए पिट और फिशर सीलेंट लगवाने की सलाह दे सकते है।
    • तो वहीं ये आमतौर पर फ्लोराइड रिलीजिंग सीमेंट होते हैं जो क्षय के दौरान होने वाले डिमिनरलाइजेशन को खनिजों के भंडार के रूप में कार्य करके रोकता।
    • बात करें सीलेंट की तो ये भौतिक रूप से इन संकीर्ण क्षेत्रों को भर देते हैं, उन्हें भोजन, मलबे और बैक्टीरिया से सील कर देते हैं। इस प्रकार वे दांतों को क्षय के प्रति कम संवेदनशील बनाते हैं। 

    यदि आप भी दांतों के सड़ने की समस्या से निजात पाना चाहते है तो इसके लिए पंजाब में रूट कैनाल ट्रीटमेंट का चयन करें।

    दंत सीलेंट लगाने की आवश्यकता किन दांतों को आमतौर पर होती है ?

    • दंत सीलेंट सबसे अधिक बच्चों के स्थायी मोलर्स पर रखे जाते हैं। आदर्श रूप से, यह इन दांतों के पूरी तरह से फूटने के कुछ ही समय बाद किया जाता है। वही पहला स्थायी मोलर्स छह साल की उम्र के आसपास फूटता है और दूसरा स्थायी मोलर्स बारह साल की उम्र के आसपास फूटता है।

    • इसके अलावा  इन दांतों का उपयोग उन वयस्कों में भी किया जा सकता है जिनके दाढ़ के दांत गहरे खांचे में मौजूद होते हैं। ये सीलेंट कई वर्षों तक चलते हैं लेकिन समय के साथ चिप या खराब हो सकते हैं।

    अगर आप ये जानना चाहते है कि आपके और आपके बच्चो के दांतों को पिट और फिशर सीलेंट की आवश्यकता है या नहीं तो इसके लिए आप लुधियाना में सबसे बेस्ट डेंटिस्ट का चयन करें।

    पिट और फिशर डेंटल सीलेंट कैसे काम करते हैं ?

    • ये मुख्य रूप से पिछले दांतों के लिए उपयोग किए जाने वाले निवारक उपाय हैं जो दाढ़ और प्रीमोलर हैं जो दांतों को स्व-सफाई करने योग्य बनाने वाले खांचे को सील कर देते हैं। चूंकि खांचे सील होते हैं इसलिए दांतों की सतह पर भोजन के फंसने की कोई संभावना नहीं होती है। इसके अलावा, यदि बच्चे समय-समय पर ब्रश करना भूल भी जाए तो उनके दांतों के सड़ने का खतरा नहीं होगा, क्योंकि दांत गहरे गड्ढों और खांचे से मुक्त हो जाते हैं।

    सुझाव :

    यदि आप भी दांतों में लगे कीटाणुओं की समस्या से परेशान है तो इसके लिए आपको फॉक्स डेंटल क्लिनिक का चयन करना चाहिए अपने और अपने बच्चों के स्वास्थ्य दांतों के विकास के लिए।

    निष्कर्ष :

    दांत व्यक्ति का बहुत ही खूबसूरत और अमूल्य गहना है इसलिए इसमें किसी भी तरह की समस्या आने पर तुरंत डॉक्टर का चयन करें। और किसी भी तरह के उपचार को खुद से ही न आजमाए।

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