दांतों में किसी प्रकार की खराबी या कई दफा आपके दांत गिर जाते है तो ऐसे में आपके डेंटिस्ट आपको डेंटल इम्प्लांट सर्जरी करवाने की सलाह देते है बता दे की इस सर्जरी के दौरान दांत की जड़ को उच्च गुणवत्ता वाली धातु से बदल दिया जाता है। इसके अलावा इसको बदलते वक़्त या बदलवाते वक़्त कौन-सी सावधानियां बरतनी चाहिए और इसकी प्रक्रिया और जोखिम कारक क्या है इसके बारे में आज के लेख में चर्चा करेंगे ;
क्या है डेंटल इम्प्लांट ?
- डेंटल इम्प्लांट नकली दांतों को सहारा देने के लिए किया जाता है। वही इस प्रक्रिया में टाइटेनियम नाम की धातु से बने स्क्रू को जबड़े में डाल दिया जाता है। दांत की जड़ की तरह ही इसे जबड़े की हड्डी में रखा जाता है। फिर इसे कुछ महीने तक मुंह में रखा जाता है, ताकि ऑस्टियोइंटीग्रेशन के माध्यम से आपस में जुड़ जाएं और स्क्रू हमेशा के लिए इसमें फिट हो जाए।
- डेंटल इम्प्लांट लुप्त दांत की जड़ की जगह काम करता है, यानी इसे आर्टिफिशियल टूथ रूट के रूप में भी जाना जाता है।
यदि आपके दांत भी किसी कारणवश गिर गए है तो इसके लिए आप अपने खाली दांतो की जगह पर नकली दांत लगवाए और साथ ही पंजाब में डेंटल इम्प्लांट ट्रीटमेंट को जरूर करवाए।
डेंटल इम्प्लांट की प्रक्रिया क्या है?
- आप किस प्रकार के प्रत्यारोपण को करवा रहे है अपने जबड़े की हड्डी के स्वास्थ्य के आधार पर, इसके अलावा आपकी दंत प्रत्यारोपण सर्जरी को कई चरणों में तोड़ा जा सकता है।
- इसके बाद आपके डेंटिस्ट डेंटल इम्प्लांट के दौरान कुछ महत्वपूर्ण कदमो से होकर गुजरते है जैसे- यदि आपके क्षतिग्रस्त दांत पहले नहीं गिरा है, तो उसे निकालना चाहिए।
- आपके जबड़े की हड्डी सर्जरी के लिए तैयार की जाएगी, जिसमें बोन ग्राफ्टिंग शामिल हो सकती है।
- जबड़े की हड्डी ठीक हो जाने के बाद आपका दंत चिकित्सक इम्प्लांट सामग्री को गमलाइन में डाल देगा।
- आपका दंत चिकित्सक जबड़े के ठीक होने की प्रतीक्षा करेगा।
- इसके बाद आपका दंत चिकित्सक कृत्रिम दांत को एबटमेंट से जोड़ देगा, जो इम्प्लांट के दौरान ख़राब हो गए थे।
इस प्रक्रिया को अपने दांतों पर करवाने से पहले एक बार लुधियाना में सबसे बेस्ट डेंटिस्ट से सलाह जरूर ले।
डेंटल इम्प्लांट करवाते वक़्त कौन-सी सावधानियां बरतनी चाहिए ?
- आपके दंत चिकित्सक को ओटीसी दवाओं सहित किसी भी अन्य चिकित्सा स्थितियों, आपके चिकित्सा इतिहास और आपके द्वारा ली जाने वाली दवाओं के बारे में जानना चाहिए।
- आपके डॉक्टर को आपके साथ विभिन्न एनेस्थीसिया विकल्पों पर चर्चा करनी चाहिए।
- सर्जरी के बाद आपको घर ले जाने के लिए किसी मित्र या परिवार के सदस्य की आवश्यकता हो सकती है।
- डेंटल इम्प्लांट सर्जरी में कई चरण शामिल होते है। जैसे इम्प्लांट के चारों ओर जबड़े की हड्डी पूरी तरह से ठीक होनी चाहिए। चूंकि दंत प्रत्यारोपण के लिए कई सर्जिकल प्रक्रियाओं की आवश्यकता होती है, इसलिए आपका दंत चिकित्सक एक्स-रे और टूथ मॉडल सहित एक संपूर्ण मूल्यांकन कर सकता है।
डेंटल इम्प्लांट के जोखिम कारक क्या है ?
- दंत प्रत्यारोपण उपचार में जोखिम का खतरा हो सकता है पर ये ज्यादातर उनमे दिखाई देता है, जिनकी जबड़े की हड्डी कमजोर होती है।
- इसके अलावा इम्प्लांट साइट पर संक्रमण या मामूली रक्तस्राव हो सकता है, साथ ही आसपास के ऊतकों और तंत्रिका क्षति में मामूली चोट लग सकती है, जिससे असुविधा या सुन्नता हो सकती है।
डेंटल इम्प्लांट के लिए बेस्ट क्लिनिक !
- यदि आपको भी अपने दांतों पर डेंटल इम्प्लांट प्रक्रिया को करवाना है तो इसके लिए आप फॉक्स डेंटल क्लिनिक का चयन कर सकते है।
निष्कर्ष :
- डेंटल इम्प्लांट के बारे में अच्छे से जानकारी हासिल करने के बाद ही इस प्रक्रिया का चयन करें।