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मसूड़ों के रंग में आए बदलाव, तो हो जाएं सावधान!





    मसूड़ों के रंग में आए बदलाव, तो हो जाएं सावधान!

    दांत जोकि व्यक्ति की सुंदरता में शोभा बढ़ाने का काम करते है, और जो हमारे मसूड़ों के सहारे टीके होते है, पर जरा सोचे की अगर हमारे मसूड़ों में किसी भी तरह की समस्या आ जाए तो कैसे हम इस तरह की समस्या से खुद का बचाव कर सकते है और साथ ही मसूड़ों में आई किसी भी तरह की खराबी को कैसे पहचाने इसके बारे में भी बात करेंगे, तो शुरुआत करते है आर्टिकल की ;   

    मसूड़ों की समस्या क्या है ?

    • जब हमारे द्वारा अपने मसूड़ों का ध्यान नहीं रखा जाता और उनमे जरा सी भी परेशानी आने पर हमारे द्वारा इसे नज़रअंदाज़ किया जाता है तो हमे दांतों में परेशानी के साथ ही साथ मसूड़ों में भी तकलीफ का सामना करना पड़ता है। 
    • मसूड़ों में तकलीफ की बात करें तो इसमें मसूड़ों में सूजन का आना, खून का आना, बदबू का हमेशा बने रहना, मसूड़ों का नीचे की तरफ खिसकर आ जाना, खाना खाने में तकलीफ होना इसकी बिगड़ती सेहत के लक्षणों में शामिल है।

    अगर आपको भी मसूड़ों में खराबी की वजह से उपरोक्त तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो इसके लिए आपको लुधियाना में सबसे बेस्ट डेंटिस्ट का चयन करना चाहिए।

    मसूड़ों के ख़राब होने के कारण क्या है ?

    • मसूड़ों की सफाई अच्छे से न करना, एक समय ब्रश करना और बाहरी चीजों का ज्यादा सेवन करना मसूड़ों को ख़राब कर देता है। 
    • इसके अलावा बैक्टीरियल इंफेक्शन, फंगस इंफेक्शन, पौष्टिक तत्वों की कमी, गर्भावस्था, विटामिन-सी की कमी या फिर दातों में फंसे किसी खाने को इसमें जिम्मेदार ठहराया जाता है।
    • वही मसूड़ों में खराबी की वजह को अनुवांशिक कारणों से भी जोड़ा जाता है।

    कैसे बढ़ती है मसूड़ों की परेशानियां ?

    • मसूड़ों में गंदगी जमा होने से बढ़ती परेशानी, और मसूड़ों की परेशानी को पाइरिया भी कहा जाता है। वही ऐसे में आपके मुँह से दुर्गन्ध आने लगती है इसलिए जरूरी है की आप अपने मसूड़ों की सफाई रोजाना करें। 
    • यदि आप डायबिटीज के रोगी है तो ऐसे में मसूड़े संबंधी समस्या आपको जल्द अपनी गिरफ्त में ले सकती है। डायबिटीज के रोगियों में मसूड़े तेजी से गलने के साथ नीचे उतरने लगते है। और बहुत ही कम समय में मसूड़ों कमजोर होते है, जिसका सबसे बुरा असर दांतों पर पड़ता है। 
    • गुटखा खाने वालों को भी मसूड़ों संबंधी समस्या हो सकती है। 

    यदि मसूड़ों में खराबी की वजह से आपके दांतों में किसी भी तरह की समस्या आ गई है तो दांतों के बचाव के लिए आपको पंजाब में रूट कैनाल ट्रीटमेंट का चयन करना चाहिए।

    मसूड़ों में तकलीफ से कैसे करें खुद का बचाव !

    • कुछ खाने के बाद ब्रश करें। 
    • सही टूथपेस्ट का प्रयोग करें। 
    • चिकित्सीय माउथवॉश से कुल्ला करें। 
    • मसूड़ों की मालिश करें। 
    • डाइट और विटामिनस को अपने आहार में शामिल करें। 
    • नियमित रूप से डेंटल चेकअप को करवाएं।  
    • वही अगर आपके मसूड़ों की स्थिति ज्यादा गंभीर हो जाए तो इससे बचाव के लिए आपको अपने डॉक्टर के सलाह पर एक्स-रे करवाना चाहिए, इसके बाद आपका डॉक्टर आपको जांच के बाद ख़राब मसूड़ों के लिए ऑपरेशन करवाने की सलाह भी दे सकते है, वही डेंटिस्ट ऑपरेशन से पहले सभी तरह के प्री-सर्जिकल टैस्ट भी करवाते है।

    दांतों व मसूड़ों के बचाव के लिए बेस्ट क्लिनिक या हॉस्पिटल !

    अगर आप दांतों में मसूड़ों के दर्द की समस्या से परेशान है तो इससे बचाव के लिए आपको फॉक्स डेंटल क्लिनिक का चयन करना चाहिए और दांतों और मसूड़ों में किसी भी तरह की समस्या का आप सामना कर रहें है उसे डॉक्टर के सामने प्रस्तुत करें।

    निष्कर्ष :

    मसूड़ों में दर्द या किसी भी तरह की समस्या को कृपया नज़रअंदाज़ न करें वरना ये आगे चल के आपमें कैंसर जैसे खतरे को उत्पन्न कर सकता है।

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