दन्त प्रत्यारोपण या डेंटल इम्प्लांट सर्जरी क्या हैं ?
इस प्रक्रिया में डैमेज या टूटे दांतो को हटा दिया जाता हैं। और उसके बाद डेंटिस्ट आर्टिफिशियल दांतो को स्क्रयू के साथ लगाते हैं। तो वही ये दांत देखने मे असली दांतों की तरह ही लगते हैं।
इस सर्जरी में डेंटिस्ट आर्टिफिशियल दांतों की एक पंक्ति को मसूड़ों में फिट करते हैं ताकि दांतो को आसानी से प्रत्यारोपित किया जा सके।
डेंटल इम्प्लांट सर्जरी कैसे की जाती हैं ?
डेंटल इम्प्लांट सर्जरी को कैसे करना हैं ये आपके मुंह और मसूड़ों की हड्डियों की स्थिति पर निर्भर करता है।
तो वही इस सर्जरी में दांतों की जड़ों को मेटल स्क्रू पोस्ट से बदलना और लापता दांतों को कृत्रिम दांतों से बदलना शामिल है, जो प्राकृतिक दांतों की तरह दिखते और काम करते हैं। दंत प्रत्यारोपण प्रतिस्थापन दांत हैं जिन्हें शल्य चिकित्सा द्वारा जबड़े और मुंह में प्रत्यारोपित किया जाता है।
डेंटल इम्प्लांट सर्जरी की जरुरत किन्हें हो सकती हैं ?
दांतो में अगर परेशानी हैं, तो ये सर्जरी आपके लिए काफी फायदेमंद मानी जाती हैं, जिसके लिए आप पंजाब में रूट कैनाल ट्रीटमेंट का इस्तेमाल कर सकते हैं |
मुंह के टिशू को सही या स्वस्थ्य करना हो।
एक या एक से ज्यादा दांतों का न होना।
जबड़ों की हड्डियों के सही विकास के लिए।
डेंटल इम्प्लांट सर्जरी करवाने से पहले किन बातों का रखे ध्यान :
डेंटल इम्प्लांट सर्जरी की सफलता जबड़ों की स्थिति पर निर्भर करती है। यानि की आमतौर पर देखा जाए तो 98% डेंटल इम्प्लांट सर्जरी सफल रहती है और ये जीवन भर चलती है।
सर्जरी के बाद दांतों का सही से ध्यान रखने पर समस्याएं नहीं होती है। इसके अलावा डेंटल इम्प्लांट के लिए व्यक्ति के पास स्वस्थ्य जबड़े होने चाहिए।
तो वही ज्यादा स्मोकिंग करने वाले लोगों को अनियंत्रित क्रॉनिक डिसऑर्डर होता है, जैसे- डायबिटीज और हृदय संबंधी रोग। इसके अलावा अगर आप किसी तरह की रेडिएशन थेरिपी ले रहे हैं, तो आपको डेंटल इम्प्लांट कराने से पहले डेंटिस्ट से बात जरूर करनी चाहिए।
प्रक्रिया क्या हैं डेंटल इम्प्लांट सर्जरी की ?
० इम्प्लांट प्रक्रिया को शुरू करने से पहले आपके डेंटिस्ट अपनी पूरी टीम को आपके दांतों के इम्प्लांटेशन और तरीके
के बारे में बताते हैं। जिससे आपकी सर्जरी में आसानी हो सके।
० डेंटल इम्प्लांट कराने के दौरान एक या उससे ज्यादा सर्जरी होती है, इसलिए आपको अपने डेंटिस्ट से मिल कर
सर्जरी का प्लान करना चाहिए।
खर्चा कितना आता है इस सर्जरी में :
इसके खर्चे की की लागत इसके सर्जरी पर निर्भर करती हैं…
तो वही इस सर्जरी कि लागत अन्य प्रत्यारोपण से काफी जटिल होती है। जिस वजह से इसका खर्चा ढाई लाख रुपये से चार लाख रुपये तक का आता हैं। इस सर्जरी में नकली दांत असली दांतों की तरह ही लगते हैं।
तो वही इस सर्जरी को आप लुधियाना में सबसे बेस्ट डेंटिस्ट से भी करवा सकते हैं।
निष्कर्ष :
यदि आप भी टूटे और डैमेज दांतो की समस्या से है परेशान तो उपरोक्त लेखन को पढ़ने से आपको आपकी परेशानी का हल मिल जाएगा। इसके अतिरिक्त आप फॉक्स डेंटल क्लिनिक या किसी अन्य क्लिनिक का भी चुनाव कर सकते हैं, इसके इलाज के लिए, जिससे आपके दांतो को आराम मिले और साथ ही अगर फॉक्स क्लिनिक की बात करे तो, यहाँ आप दांतो की किसी भी बीमारी का इलाज आसानी से करवा सकते हैं वो भी बढ़िया उपकरणों के साथ।